ज्ञान और प्रेम.

ज्ञान और प्रेम का संबंध है गहरा,
प्रेम के बिना ज्ञान अपच हो जाता है।
सेवा है व्यायाम, प्रेम है शुरुआत,
ज्ञान को पचाने के लिए प्रेम जरूरी है।

ज्ञान है मुख्य भोजन, प्रेम है शुरुआत,
सेवा से मन शुद्ध होता है, ज्ञान से आत्मा शुद्ध होती है।
सब कुछ यहाँ रिसाइकल है,
पृथ्वी, जल, वायु, सब कुछ पुराना है।

ज्ञान मन को शुद्ध करता है,
मन को ताज़ा रखता है, ज्ञान से ही संभव है।
अगर ज्ञान नहीं है, तो मन सड़ जाता है,
ज्ञान ही मन को शुद्ध और ताज़ा रखता है।

प्रेम अनंत है, प्रेम की कोई सीमा नहीं है,
प्रेम में ही जीवन की सच्चाई है।
अर्जुन कृष्ण के सखा थे,
प्रेम और ज्ञान का अद्भुत संगम था।

ध्यान से मन शांत होता है,
वर्तमान क्षण को स्वीकारने का तरीका है।
जीवन को 100% जीने की कला है,
आत्म-ज्ञान की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग है।

आज शनिवार है, शुभ दिन,
स्वास्थ्य, संपत्ति, खुशी की कामना।
आपके जीवन में सुख और शांति की वर्षा हो,
आपके सपनों को पूरा करने की शक्ति मिले।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts

Blog Archive

Total Pageviews